इस कहानी से अभी वास्ता पड़ा, इसलिए अभी लिखना ही ज़रूरी है। शेक्सपियर ने 'हैमलेट' में लिखा है कि एक इंसान जोकि अच्छा है और हमेशा मुस्कुराता रहता है, वह तब भी खलनायक हो सकता है। सन 2000 का मैच-फिक्सिंग प्रकरण अभी भी क्रिकेट दुनिया के सबसे बुरे वक्त की दास्ताँ है। दिल्ली पुलिस ने हर्शेल गिब्स, हेनरी विलियम्स और हैंसी क्रोन्ये को अजहरुद्दीन और अजय जडेजा के साथ चार्जशीट किया। सन 2018 चल रहा और आज की दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में उस प्रकरण से सम्बंधित केवल एक क्रिकेटर का नाम है और वो है क्रोन्ये। सन 2010 में ओवल के मैदान में अगर आमिर, सलमान बट और आसिफ स्पॉट फिक्सिंग वाले एपिसोड में पकड़े नहीं गए होते तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि यह मैच फिक्सिंग के जिन्न बिना क्रोन्ये के खुलासे के सामने आ ही नहीं सकता था। क्रोन्ये ने किंग्स कमीशन के सामने अपने कबूलनामे में बेबाकी से कहा था कि उन्हें पैसे की लत लग गयी थी यद्यपि एक सामान्य दाक्षिणी अफ्रीकी के तुलना में उनके पास दस गुना ज्यादा दौलत थी। अगर आप पैसा कमा रहे हैं तो आप उस लत से वाकिफ ज़रूर होंगे। मैं केवल 10 साल का था जब यह वाकया हुआ था...