स्टीव वॉ ने अभी मात्र 8 मिनट पहले एक फेसबुक पोस्ट में हाल के बॉल टेम्परिंग प्रकरण के ऊपर टिप्पणी की है। औरों की भांति वह भी काफी निराश हैं लेकिन एक अच्छा लीडर वही होता है जोकि संतुलित प्रतिक्रिया देता है और दूरगामी परिणाम के बारे में सोचता है। कल मैंने क्रिकइंफो पर उनके सहसंपादक Brydon coverdale का एक बेहद सारगर्भित लेख पढ़ा। वह एक ऑस्ट्रेलियाई खेल पत्रकार हैं और बेहद योग्य व्यक्ति। उन्होंने हमें बताया है कि क्यों ऑस्ट्रेलिया इतना खफा और दुःखी है इस प्रकरण से। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान दुनिया के आखिरी कोने के देश हैं लेकिन किसी भी खेल प्रतियोगिता में अपनी औकात से बेहद ऊपर प्रदर्शन करते आये हैं। ऑस्ट्रेलिया एक संघ/देश 1901 में बना लेकिन उसने पहला टेस्ट मैच 1877 में एक देश के रूप में खेला। उसे उसका पहला प्रधानमंत्री 1901 में मिला लेकिन पहला टेस्ट कप्तान 1877 में।अब आप समझ सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट कप्तान बनना कितने सम्मान की बात है। पूरे देश में प्रधानमंत्री के बाद यह दूसरी सबसे महत्वपूर्ण पोस्ट है।
स्टीव वॉ ने इसी बेहद प्रतिष्ठित परंपरा की बात की है और बिना खिलाड़ियों की भर्त्सना किये हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड और जनता से अपील की है कि वो खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और निजता का ख्याल करें। उनके शब्दों में ये खिलाड़ी नौजवान हैं और केप टाउन में उनके द्वारा लिया गया निर्णय एक 'एरर इन जजमेंट' था। मैं यहाँ यह भी बताना चाहूंगा कि बॉल टेम्परिंग कोई तीन दिन पहले की इज़ाद की गई बात नहीं है। यह सालों से होता आ रहा है और रिवर्स स्विंग एक ऐसी कला है जिसमें आपको गेंद की एक साइड भारी और दूसरी चमकदार रखनी होती है। आप किसी बाहरी वस्तु का इस्तेमाल गेंद को ऐसा बनाने में नहीं कर सकते, बस यही नियम है और यही ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ा और पूरी दुनिया ने देखा।
इसी ऑस्ट्रेलिया ने अपने सबसे चहेते Shane Warne और मार्क वॉ को सट्टेबाज़ों से संपर्क रखने पर भी समय के साथ माफ कर दिया था। स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और लेहमैन को सज़ा मिलनी ही चाहिए लेकिन हमारे खेल में इनके योगदान को देखकर ही इस पर निर्णय लिया जाना चाहिए। अगर हम मनुष्य के क्षमाशीलता के गुण की प्रशंसा करते हैं तो शायद यही समय है कि इसकी सबसे कठिन परीक्षा ली जाए।
स्टीव वॉ ने इसी बेहद प्रतिष्ठित परंपरा की बात की है और बिना खिलाड़ियों की भर्त्सना किये हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड और जनता से अपील की है कि वो खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और निजता का ख्याल करें। उनके शब्दों में ये खिलाड़ी नौजवान हैं और केप टाउन में उनके द्वारा लिया गया निर्णय एक 'एरर इन जजमेंट' था। मैं यहाँ यह भी बताना चाहूंगा कि बॉल टेम्परिंग कोई तीन दिन पहले की इज़ाद की गई बात नहीं है। यह सालों से होता आ रहा है और रिवर्स स्विंग एक ऐसी कला है जिसमें आपको गेंद की एक साइड भारी और दूसरी चमकदार रखनी होती है। आप किसी बाहरी वस्तु का इस्तेमाल गेंद को ऐसा बनाने में नहीं कर सकते, बस यही नियम है और यही ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ा और पूरी दुनिया ने देखा।
इसी ऑस्ट्रेलिया ने अपने सबसे चहेते Shane Warne और मार्क वॉ को सट्टेबाज़ों से संपर्क रखने पर भी समय के साथ माफ कर दिया था। स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और लेहमैन को सज़ा मिलनी ही चाहिए लेकिन हमारे खेल में इनके योगदान को देखकर ही इस पर निर्णय लिया जाना चाहिए। अगर हम मनुष्य के क्षमाशीलता के गुण की प्रशंसा करते हैं तो शायद यही समय है कि इसकी सबसे कठिन परीक्षा ली जाए।
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