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A 'Fairy tale' Indian Sports Scenario Post 27th January, 2018 (And The Incredible and Now No.1 Roger Federer)

भारतीय खेलों के परिदृश्य में एक बेहद अद्भुत घटनाक्रम की शुरुआत हुई 27th जनवरी की ढलती शाम को। जोहानसबर्ग टेस्ट मैच। चौथा दिन। भारत श्रृंखला में 2-0 से पीछे और अब अपने गौरव के लिए जूझता हुआ। तीसरे दिन यानी 26 जनवरी को जो हुआ था, उसे शायद ही कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी भूले। एक बेहद मुश्किल पिच और एक बेहद कुशल और आक्रामक गेंदबाज़ी के आगे हमारे बल्लेबाज़ों ने हमें एक मैच जिताऊ बढ़त दिला दी थी। उनके कौशल की उस रात पूरे विश्व में दाद दी गयी। पर चौथे दिन के लंच पर मैच बराबरी की स्थिति में पहुँच चुका था। अमला और एल्गर ने ठान लिया था कि वो भारतीयों को आसानी से मैच नहीं जीतने देंगे। वांडरर्स में वैसा माहौल मुझे बहुत सालों बाद देखने को मिला जब क्रिकेट दर्शकों और खिलाड़ियों के लिये प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। पूरे स्टेडियम में एक नर्वस एनर्जी। लेकिन अंततः अमला ऑउट हुए और फिर डि विलिएयर्स। मैच, गौरव, नंबर 1 की रैंक, सब अपनी मुठ्ठी में। अविस्मरणीय!!!

28th को तो उससे भी जुदा कुछ हुआ और यह भारत ही नही, पूरे विश्व के लिए अविश्वसनीय था। रॉजर फेडरर, उम्र 36 साल और ग्रैंड स्लैम नंबर 20. उन्होंने साबित कर दिया कि वो वर्तमान में विश्व के महानतम एथलीट हैं। उनका मनमोहक खेल और सौम्य स्वभाव ही उन्हें हर दिल अज़ीज बनाते हैं। 13 साल की उम्र में मैंने पीट सम्प्रास को US Open 2002 आंद्रे अगासी के विरुद्ध जीतते देखा था। वह उनका 14वां ग्रैंड स्लैम था और तब उन्हें टेनिस का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कहा जाता था। मुझे बेहद लगाव था सम्प्रास से। वो ज्यादा कुछ कहते नहीं थे, अपने भावों को चेहरे पर आने नहीं देते थे और कभी अपसेट का शिकार नहीं होते थे। लेकिन वो फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम कभी नहीं जीत सके थे और वो उनके कैरियर का एक अधूरा अध्याय था। फेडरर ने कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी और वो अभी तक के सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बने।

4th फरवरी, New Zealand. एक बार पुनः एक बेहद संतुलित टीम होने की वजह से हम U-19 वर्ल्ड कप जीते। पूरे टूर्नामेंट में हमने बेहद आकर्षक और आक्रामक खेल दिखाया और फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया को हमने कोई मौका नहीं दिया। राहुल द्रविड़ के ऊपर एक पूरा लेख जल्द ही।

झूलन गोस्वामी महिला क्रिकेट के इतिहास में 200 विकेट लेने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। उन्होंने अपनी आदर्श, कैथरीन फिट्ज़पैट्रिक (ऑस्ट्रेलिया) को ही पीछे छोड़कर एक नई ऊंचाई पाई। भारतीय महिला क्रिकेट में झूलन का नाम हमेशा के लिए स्वर्णाक्षरों में लिखा गया।

महिला क्रिकेट टीम ने स्मृति मंधाना और मिताली राज़ के शानदार प्रदर्शन की बदौलत पहली बार दक्षिण अफ्रीका को उनके घर में एक द्विपक्षीय श्रृंखला में हराया। पुनः एक गौरवशाली क्षण।

भारतीय पुरुष टीम ने भी अफ्रीकी टीम के ऊपर अपनी श्रेष्ठता साबित की और एक ऐसे अंदाज़ में कि पूरी दुनिया ने उन्हें सलाम ठोका। विराट कोहली शतक उस आसानी से बना रहे थे जिस अंदाज में लोग सुबह टहलने निकलते हैं और स्पिनर्स ने झोले भर भरकर विकेट्स लीं। इतिहास इन्होंने भी रच दिया। पहली बार अफ्रीका को अफ्रीका में ही एक द्विपक्षीय श्रृंखला में करारी मात।

रॉजर फेडरर, जी हाँ। ऊपर उन्होंने ग्रैंड स्लैम का खिताब जीता था 20वीं बार। इस बार दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बने 36 के उम्र में और ऐसा करने वाले दुनिया के सबसे उम्रदराज़ टेनिस खिलाड़ी। दो दिन बाद रॉटरडैम ओपन का खिताब भी जीत लिया। उनका एटीपी वर्ल्ड टूर का 97वां खिताब। अब अमेरिका के केवल जिमी कॉनर्स ही 109 खिताबों के साथ उनसे आगे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि जिस तरह से फेडरर खेल रहे हैं, अगली बार मुझे इसी रिकॉर्ड के बारे में लिखने को मजबूर कर देंगे।

फेडरर ने जब अपने पिता जी को अपने टेनिस खेलने के इरादे के बारे में बताया था तो उन्होंने उनसे कहा कि मैं चाहूंगा कि आप विश्व के टॉप 100 खिलाड़ियों में अपना नाम करो और रिटायर हो जाओ। 302 सप्ताह वो केवल नंबर 1 ही रहे हैं ऑफ पिछले 18 सालों से टॉप 100 में। उस हिसाब से हमारे युकी भांबरी अब 'एक बेहद अच्छे' खिलाड़ी बनने से दूर नहीं हैं। कल की जारी रैंकिंग में वो 101वें स्थान पर पहुंच गए हैं।

कल मतलब 21 फरवरी को भारतीय महिला और पुरुष, दोनों टीमें, फिर से इतिहास रचने को तैयार होंगी। इस बार दाँव पर T-20 सीरीज है और दोनों में हम आगे हैं। कल अगर हम विजयी हुए तो यह पिछले 20 दिन एक स्वर्णिम काल सिद्ध होंगे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में।

शुभकामनाएं!!!

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