मेरी जानकारी में एक मीडिया एजेंसी है जो केवल सनसनीखेज खबरों के ऊपर ही ध्यान देती है। लेकिन एक दिन उसने राहुल द्रविड़ के ऊपर कुछ लिखा और मैंने उसे उसके पापों से मुक्त कर दिया।
राहुल के ऊपर मैं शायद मार्च से ही लिखना चाहता था। भारत U-19 वर्ल्ड कप जीता था और द्रविड़ ने उस खुशी के मौके पर भी सबको बराबरी की इनामी राशि की वकालत कर दी। हम इसे टिपिकल द्रविड़ स्टाइल कहने लगे हैं। सभी ने कहा कि यार इतना भी ना करो कि कुछ कहने-सुनने को ही ना बचे। लेकिन इस बंदे को चैन नहीं और उनको भी नहीं जिन्हें सही आदमियों की परख है। भाई, तारीफ पर तारीफ लेकिन सबसे बड़ी तारीफ ICC की ओर से जिसने उन्हें भारत की ओर से केवल 5वां ऐसा क्रिकेटर बनाया जिसे उसके हॉल ऑफ फेम में जगह मिली। शायद इससे सही मौका मुझे नहीं मिल सकता था कि मैं कुछ लोगों की मदद से ही सही अपनी कृतज्ञता राहुल के लिए प्रगट कर सकूं।
1. स्टीव वॉ: आप उनका विकेट पहले 15 मिनट में ले लें, ऐसा नहीं होता तो बाकी के लेने की कोशिश शुरू कर दें।
2. MTV इंडिया: टाइम और टाइड किसिस का इंतज़ार नहीं करते, सिवाय द्रविड़ के।
3. Gideon Haigh (प्रख्यात क्रिकेट इतिहासकार एक सम्मेलन में बोलते हुए): मेरी बारी राहुल के बाद आई है और यह पारंपरिक रूप से इतना कठिन काम है कि भारत ने इसके लिए तेंदुलकर को रखा हुआ है। उस हिसां से मैं आप सबको केवल निराश ही कर सकता हूँ।
4. क्रिस गेल: द्रविड़ मेरे जैसी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, लेकिन मैं उनके जैसी कतई नहीं।
5. क्रिस्टोफर मार्टिन-जेंकिन्स (क्रिकेट के महानतम लेखकों में से एक): अगर अभी मंगल ग्रह से एक निवासी पृथ्वी पर आए और उसे सचिन और राहुल एक साथ खेलते नज़र आएं तो वह निस्संदेह वापस लौटकर द्रविड़ को सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बताएगा।
6. पीटर ओ टूल (ऑस्कर अवार्ड विजेता और हॉलीवुड लीजेंड): सचिन जीनियस हो सकते हैं लेकिन जैसा द्रविड़ खेलते हैं, उनका डिफेंस, कट, ड्राइव्स, पुल सब कुछ मुझे असाधारण और खूबसूरत लगता है। मैं किसी दिन उनसे मिलकर ये सब कहना चाहूँगा। वे सर्वश्रेष्ठ हैं।
7. ब्रेट ली: अगर आपकी द्रविड़ से नही बन रही, तो इसका अर्थ है आप ज़िन्दगी में संघर्ष कर रहे हैं।
8. मैथ्यू हेडन: ये जो आजकल के लड़के अग्रेशन-अग्रेशन करते रहते हैं इन्हें उसके बारे में कुछ नहीं पता। अग्रेशन देखना है तो द्रविड़ की आंखों में देखें।
9. शेन वार्न: द्रविड़ को दीवाल या किला कहना सर्वथा उपयुक्त है। अगर वह जम गए तो आपको 1000 तोपें मंगानी होंगी और उनसे 1000 गेंदे एक साथ फेंककर उन्हें आउट करना होगा।
10. हर्षा भोगले (द्रविड़ के अंतिम पारी में आउट होने पर): एक पूरा कैरियर जोकि केवल कॉपीबूक स्टाइल में खेलने में बीता, आज एक बुरे स्लॉग के साथ खत्म हुआ लेकिन एक बार फिर, द्रविड़ ने वही किया जिसकी टीम को ज़रूरत थी।
11. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रखा एक प्लेकार्ड: सचिन भगवान हैं, गाँगुली ऑफ साइड में भगवान हैं, लक्ष्मण चौथी इनिंग्स के भगवान हैं लेकिन जब मंदिर के सारे दरवाज़े बन्द हो जाते हैं तो भगवान भी 'दीवार' के पीछे ही छिप जाते हैं।
धन्यवाद राहुल!!!
राहुल के ऊपर मैं शायद मार्च से ही लिखना चाहता था। भारत U-19 वर्ल्ड कप जीता था और द्रविड़ ने उस खुशी के मौके पर भी सबको बराबरी की इनामी राशि की वकालत कर दी। हम इसे टिपिकल द्रविड़ स्टाइल कहने लगे हैं। सभी ने कहा कि यार इतना भी ना करो कि कुछ कहने-सुनने को ही ना बचे। लेकिन इस बंदे को चैन नहीं और उनको भी नहीं जिन्हें सही आदमियों की परख है। भाई, तारीफ पर तारीफ लेकिन सबसे बड़ी तारीफ ICC की ओर से जिसने उन्हें भारत की ओर से केवल 5वां ऐसा क्रिकेटर बनाया जिसे उसके हॉल ऑफ फेम में जगह मिली। शायद इससे सही मौका मुझे नहीं मिल सकता था कि मैं कुछ लोगों की मदद से ही सही अपनी कृतज्ञता राहुल के लिए प्रगट कर सकूं।
1. स्टीव वॉ: आप उनका विकेट पहले 15 मिनट में ले लें, ऐसा नहीं होता तो बाकी के लेने की कोशिश शुरू कर दें।
2. MTV इंडिया: टाइम और टाइड किसिस का इंतज़ार नहीं करते, सिवाय द्रविड़ के।
3. Gideon Haigh (प्रख्यात क्रिकेट इतिहासकार एक सम्मेलन में बोलते हुए): मेरी बारी राहुल के बाद आई है और यह पारंपरिक रूप से इतना कठिन काम है कि भारत ने इसके लिए तेंदुलकर को रखा हुआ है। उस हिसां से मैं आप सबको केवल निराश ही कर सकता हूँ।
4. क्रिस गेल: द्रविड़ मेरे जैसी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, लेकिन मैं उनके जैसी कतई नहीं।
5. क्रिस्टोफर मार्टिन-जेंकिन्स (क्रिकेट के महानतम लेखकों में से एक): अगर अभी मंगल ग्रह से एक निवासी पृथ्वी पर आए और उसे सचिन और राहुल एक साथ खेलते नज़र आएं तो वह निस्संदेह वापस लौटकर द्रविड़ को सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बताएगा।
6. पीटर ओ टूल (ऑस्कर अवार्ड विजेता और हॉलीवुड लीजेंड): सचिन जीनियस हो सकते हैं लेकिन जैसा द्रविड़ खेलते हैं, उनका डिफेंस, कट, ड्राइव्स, पुल सब कुछ मुझे असाधारण और खूबसूरत लगता है। मैं किसी दिन उनसे मिलकर ये सब कहना चाहूँगा। वे सर्वश्रेष्ठ हैं।
7. ब्रेट ली: अगर आपकी द्रविड़ से नही बन रही, तो इसका अर्थ है आप ज़िन्दगी में संघर्ष कर रहे हैं।
8. मैथ्यू हेडन: ये जो आजकल के लड़के अग्रेशन-अग्रेशन करते रहते हैं इन्हें उसके बारे में कुछ नहीं पता। अग्रेशन देखना है तो द्रविड़ की आंखों में देखें।
9. शेन वार्न: द्रविड़ को दीवाल या किला कहना सर्वथा उपयुक्त है। अगर वह जम गए तो आपको 1000 तोपें मंगानी होंगी और उनसे 1000 गेंदे एक साथ फेंककर उन्हें आउट करना होगा।
10. हर्षा भोगले (द्रविड़ के अंतिम पारी में आउट होने पर): एक पूरा कैरियर जोकि केवल कॉपीबूक स्टाइल में खेलने में बीता, आज एक बुरे स्लॉग के साथ खत्म हुआ लेकिन एक बार फिर, द्रविड़ ने वही किया जिसकी टीम को ज़रूरत थी।
11. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रखा एक प्लेकार्ड: सचिन भगवान हैं, गाँगुली ऑफ साइड में भगवान हैं, लक्ष्मण चौथी इनिंग्स के भगवान हैं लेकिन जब मंदिर के सारे दरवाज़े बन्द हो जाते हैं तो भगवान भी 'दीवार' के पीछे ही छिप जाते हैं।
धन्यवाद राहुल!!!
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