जब टेनिस देखना शुरू किया था तो उस समय दो बंदे बेहद हावी थे इस खेल पर। आंद्रे अगासी और पीट सम्प्रास। दोनों अमेरिका के और दोनों बेहतरीन खिलाड़ी। अगासी कैरियर की शुरुआत से ही बड़े बालों के शौकीन और गैर-पारम्परिक टेनिस खेलने के हिमायती थे। पीट उनके बिल्कुल उलट थे और एक कुशल, आला दर्जे की जर्मन मशीनरी जैसे कम से कम खतरे उठाने वाली टेनिस खेलते थे। इसका उन्हें फायदा हुआ और 14 ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीतकर वे 21वी शताब्दी के पहले दशक के सबसे अच्छे टेनिस खिलाड़ी बनकर उभरे। सम्प्रास शारीरिक रूप से भी अगासी से बीस दिखते थे और टेनिस जैसे मेहनती खेल में शारीरिक मजबूती मेरे हिसाब से काफी मायने रखती है। सम्प्रास अपनी भावनाओं को खेल के ऊपर कभी हावी नहीं होने देते थे और हमेशा एक उम्दा प्रोफेशनल जैसे दिखते थे चाहे वह टेनिस कोर्ट हो या सार्वजनिक जीवन। शायद उनका यह अंतर्मुखी व्यक्तित्व ही उन्हें टेनिस की दुनिया का एक बेहतरीन रोल मॉडल नहीं बना पाया। इसके उलट अगासी ने स्टेफी ग्राफ से शादी की जो मार्गरेट कोर्ट के बाद महिला टेनिस के इतिहास की महानतम खिलाड़ी हैं। अगासी सार्वजनिक रूप से ज्यादा प्रसिद्ध और चहेते बने जबकि उन्होंने मात्र 8 ग्रैंड स्लैम ही जीते। उनका गेम आल राउंड था जबकि सम्प्रास फ़्रेंच ओपन कभी जीत नहीं पाए और उनके आलोचक हमेशा इस फैक्ट की ओर इशारा करके उनके खेल में कमियां निकालते हैं। खैर, मुझे फ़र्क़ नहीं पड़ता क्योंकि जब मैंने पहली बार ही उन्हें खेलते देखा, वे मेरे पसंदीदा बन चुके थे।
2003 का विंबलडन था और एक नया लड़का स्विट्ज़रलैंड का सम्प्रास से तीसरे राउंड में भिड़ने वाला था। उसकी बड़ी तारीफ थी और सबको लग रहा था कि वही आगे बढ़के सम्प्रास की परंपरा को आगे बढ़ाएगा। उस दिन सम्प्रास अप्रत्याशित रूप से हार गए। अप्रत्याशित इसलिए क्योंकि जैसे आज हम फेडरर और नडाल को विंबलडन और फ्रेंच ओपन के सबसे प्रमुख दावेदार के रूप में देखते हैं, उसी तरह उस समय सम्प्रास का अमेरिकी ओपन और विंबलडन पर प्रभुत्व था। खैर, अगले साल अमेरिकी ओपन के रूप में 14वां ग्रैंड स्लैम जीतकर सम्प्रास रिटायर हुए (फाइनल में अगासी से ही भिड़ंत हुई) और खेल का एक युग खत्म हुआ। अब सम्प्रास के उत्तराधिकारी के युग की शुरुआत होती है....
2018 चल रहा है और 2003 में सम्प्रास को विंबलडन में हराने वाला लड़का आधुनिक विश्व का महानतम पुरूष एथलिट बन चुका है। सम्प्रास की 14 ग्रैंड स्लैम की चुनौती आज से 4 साल पहले तक वर्तमान खेल दुनिया की सबसे कठिन खेल चुनौतियों में से एक थी लेकिन रॉजर ने ना केवल उस चुनौती से पार पाया बल्कि अपना खुद का एक बेंचमार्क और नंबर सेट कर दिया। वह नंबर है 20 ग्रैंड स्लैम। उनके पास फ्रेंच ओपन खिताब भी है।
टेनिस पंडित रॉड लेवर को टेनिस का सर्वकालिक महानतम खिलाड़ी घोषित करते हैं। ऐसी रैंकिंग्स मेरे ख्याल से सर्वथा अनुचित होती हैं। आप महान खिलाड़ियों की तुलना कर ही नहीं सकते और यद्यपि जीत-हार के रिकार्ड्स मायने रखते हैं लेकिन जीत-हार कभी-कभी लॉटरी जैसे होती हैं। उस स्तर तक पहुंचना ही सबसे बड़ी उपलब्धि है। फिर रॉड ने पिछले साल खुद फेडरर को अपने से ऊपर आंका। नोवाक जोकोविच जिन्हें मैं अपने अंतर्मन में फेडरर और नडाल से ऊपर आंकता हूँ, ने फेडरर को अपने से कहीं ऊपर रखा है। नडाल अपने आप मे एक किवंदती बन चुके हैं और उन्होंने कहा है कि अगर किसी को यह लगता है कि वे फेडरर से अच्छे टेनिस खिलाड़ी हैं तो उस व्यक्ति को टेनिस की समझ नहीं है।
कल रॉजर फेडरर का जन्मदिन था। 36-37 साल की उम्र में भी फेडरर हर ग्रैंड स्लैम की सबसे कठिन चुनौती हैं और कुछेक खिलाड़ियों को छोड़कर किसी की कुव्वत उनके समक्ष खड़े होने की नहीं है। मेरे लिए वे महानतम हैं लेकिन अगर मैं उनकी महानता के आगे नडाल और जोकोविच को कम करके आंकू तो यह खेल की गरिमा के विरुद्ध होगा जिसे सहेजने के लिए इन खिलाड़ियों ने अथक परिश्रम किया है।
हम भाग्यशाली हैं कि हम 'ओपन एरा' टेनिस के सबसे सुनहरे दौर के साक्षी हैं।
2003 का विंबलडन था और एक नया लड़का स्विट्ज़रलैंड का सम्प्रास से तीसरे राउंड में भिड़ने वाला था। उसकी बड़ी तारीफ थी और सबको लग रहा था कि वही आगे बढ़के सम्प्रास की परंपरा को आगे बढ़ाएगा। उस दिन सम्प्रास अप्रत्याशित रूप से हार गए। अप्रत्याशित इसलिए क्योंकि जैसे आज हम फेडरर और नडाल को विंबलडन और फ्रेंच ओपन के सबसे प्रमुख दावेदार के रूप में देखते हैं, उसी तरह उस समय सम्प्रास का अमेरिकी ओपन और विंबलडन पर प्रभुत्व था। खैर, अगले साल अमेरिकी ओपन के रूप में 14वां ग्रैंड स्लैम जीतकर सम्प्रास रिटायर हुए (फाइनल में अगासी से ही भिड़ंत हुई) और खेल का एक युग खत्म हुआ। अब सम्प्रास के उत्तराधिकारी के युग की शुरुआत होती है....
2018 चल रहा है और 2003 में सम्प्रास को विंबलडन में हराने वाला लड़का आधुनिक विश्व का महानतम पुरूष एथलिट बन चुका है। सम्प्रास की 14 ग्रैंड स्लैम की चुनौती आज से 4 साल पहले तक वर्तमान खेल दुनिया की सबसे कठिन खेल चुनौतियों में से एक थी लेकिन रॉजर ने ना केवल उस चुनौती से पार पाया बल्कि अपना खुद का एक बेंचमार्क और नंबर सेट कर दिया। वह नंबर है 20 ग्रैंड स्लैम। उनके पास फ्रेंच ओपन खिताब भी है।
टेनिस पंडित रॉड लेवर को टेनिस का सर्वकालिक महानतम खिलाड़ी घोषित करते हैं। ऐसी रैंकिंग्स मेरे ख्याल से सर्वथा अनुचित होती हैं। आप महान खिलाड़ियों की तुलना कर ही नहीं सकते और यद्यपि जीत-हार के रिकार्ड्स मायने रखते हैं लेकिन जीत-हार कभी-कभी लॉटरी जैसे होती हैं। उस स्तर तक पहुंचना ही सबसे बड़ी उपलब्धि है। फिर रॉड ने पिछले साल खुद फेडरर को अपने से ऊपर आंका। नोवाक जोकोविच जिन्हें मैं अपने अंतर्मन में फेडरर और नडाल से ऊपर आंकता हूँ, ने फेडरर को अपने से कहीं ऊपर रखा है। नडाल अपने आप मे एक किवंदती बन चुके हैं और उन्होंने कहा है कि अगर किसी को यह लगता है कि वे फेडरर से अच्छे टेनिस खिलाड़ी हैं तो उस व्यक्ति को टेनिस की समझ नहीं है।
कल रॉजर फेडरर का जन्मदिन था। 36-37 साल की उम्र में भी फेडरर हर ग्रैंड स्लैम की सबसे कठिन चुनौती हैं और कुछेक खिलाड़ियों को छोड़कर किसी की कुव्वत उनके समक्ष खड़े होने की नहीं है। मेरे लिए वे महानतम हैं लेकिन अगर मैं उनकी महानता के आगे नडाल और जोकोविच को कम करके आंकू तो यह खेल की गरिमा के विरुद्ध होगा जिसे सहेजने के लिए इन खिलाड़ियों ने अथक परिश्रम किया है।
हम भाग्यशाली हैं कि हम 'ओपन एरा' टेनिस के सबसे सुनहरे दौर के साक्षी हैं।
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